दो बूँद जिनगी के............
पल्स पोलियो अभियान - जनहित में जारी
दो बूँद जिनगी के , बन जाहे वरदान
बात मोर सुन ले , गाँठ बाँध ले मितान.
अपन नोनी - बाबू के , जिनगी सँवारव
पोलियो अभिशाप हरे , उन ला उबारव
जन - हित के खातिर , चलत हे अभियान
बात मोर सुन ले , गाँठ बाँध ले मितान.
तुरते जनम धरे रहे , वहू ला पियावव
नान नान लइका ला, कोरा मा धर के आवव
पाँच साल तक लइका के करे रहिहौ ध्यान
बात मोर सुन ले , गाँठ बाँध ले मितान.
स्वस्थ रही लइका , सँवर जाही पीढ़ी
देश के बुलंदी के बन जाही सीढ़ी
पोलियो - उन्मूलन बर , चलत हे अभियान
बात मोर सुन ले , गाँठ बाँध ले मितान.
दो बूँद जिनगी के , बन जाहे वरदान
बात मोर सुन ले , गाँठ बाँध ले मितान.
श्रीमती सपना निगम
आदित्य नगर, दुर्ग
छत्तीसगढ़
दो बूँद जिनगी के, बन जाहे वरदान
ReplyDeleteबात मोर सुन ले,गाँठ बाँध ले मितान.
बहुत सुंदर प्रेरक रचना...बेहतरीन पोस्ट के लिए,..
सपना जी,.. बहुत२ बधाई,.रचना से प्रभावित होकर
आपका फालोवर बन गया हूँ आप भी बने मुझे खुशी होगी.,
एक निवेदन है इस रचना को लेकर छत्तीशगढ़ सरकार के स्वास्थ बिभाग में संपर्क करे,शायद स्वीकृत मिल जाए,अनुरोध है एक बार प्रयास जरूर करें...
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MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: आँसुओं की कीमत,....
दो बूँद जिनगी के , बन जाहे वरदान
ReplyDeleteबात मोर सुन ले , गाँठ बाँध ले मितान.
Jagruk karati rachna
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ReplyDeletepuls polio abhiyan me shamil karne ke liye bahut hi upyukt kavita hai..
ReplyDeleteजागरूक करने वाली पोस्ट
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