Friday, September 2, 2011

जन-जागरण (रैबीज़ से बचाव)


- श्रीमती सपना निगम
 
जेठू के रेमटा टूरा ला
कौनों का समझाए
नान नान कुकुर के पिला देखे
ओला बहुत दौड़ाए

दुनों हाथ पसारे वोहा
दुनों गोड़ चकराए
घुरुवा कचरा काँटा खूँटी
कहूँ भी खुसर जाये

कुकुर पिला ला धरे खातिर
भाग दउड़ मचाए
खुदे हपट के गिरे वोहा
एको ठन नई सपड़ाए

चल संगी हम पिला पकड़बो
ओखर दुकान लगाबो
नान नान पिला ला बेचबो
ओऊ पैसा कमाबो

अपन दुसर संगवारी मन ला
पईसा के धौंस देखाबो
पईसा वाले हम बन जाबो
पिकनिक पार्टी मनाबो

अइसने मा फेर चाबिस एक दिन
कुकुर पिला के दाई
दाँत गड़ गे माँस उकलगे
लहू लुहान हो जाई

घर मा आइस रोवत धोवत
होगे हाल बेहाल
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इनजेक्सन लगाये खातिर 
पहुँच गे असपताल.


(शब्दार्थ : रेमटा = जिसकी नाक सदा बहती रहती हो, टूरा = लड़का, नान-नान = नन्हें-नन्हें, कुकुर के पिला = कुत्ते के बच्चे, ओला = उन्हें, वोहा =वह, गोड़ = पैर, घुरुवा = कचरे का ढेर, खुसर जाये = घुस जाये, ओखर = उसकी, अइसने = ऐसे में, फेर = फिर, चाबिस = काट दी, दाई = माँ, उकलगे = बाहर निकल गया)

{ संदेश :- कुत्तों से बचकर रहें, बच्चों को भी समझायें, यदि किसी को कुत्ते ने काट खाया हो या नाखूनों से नोच दिया हो तो तुरंत अस्पताल जाकर एंटी रैबीज का इंजेक्शन अनिवार्यत: लगावें और डॉक्टर की सलाह लें }

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श्रीमती सपना निगम
आदित्य नगर दुर्ग , छत्तीसगढ़
 


4 comments:

  1. बहुत बढ़िया लगा! बेहतरीन प्रस्तुती!
    आपको एवं आपके परिवार को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनायें !

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  2. टूरा अउ कुकुर पिला के किस्सा बने लागिस।

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  3. padhna bahut achchha laga. kis bhasha mein aapne likha hai ye samajh nahin paai, lekin praantiye bhaasha ke shabd ek se hote hain aur shabdaarth hone se padhna samajhn aaasaan ho gaya.

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  4. शिक्षाप्रद, व्यंग्यात्मक कविता बर अड़बड़ अकन बधाई

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